1. बिहारी किस काल के कवि हैं ?
( क ) भक्तिकाल
( ख ) रीतिकाल
( ग ) आधुनिककाल
( घ ) सभीसहीहैं।
उत्तर – ( ख)
2. बिहारी किस रस के कवि हैं ?
( क ) भक्तिरस
( ख ) रौद्ररस
( ग ) श्रृंगार रस
( घ ) शांतरस।
उत्तर– ( ग)
3. बिहारी के अनुसार ईश्वर कहाँ मिलते हैं ?
( क ) रामनामी ओढ़करमालाजपनेमें
( ख ) साधुबनकरघूमनेमें
( ग ) निर्मलहृदयमें
( घ ) दूसरोंकीमददकरनेमें
उत्तर ( ग)
4. बिहारी के अनुसार सत्संगति क्या है ?
( क ) सच्चेव्यक्ति कासाथ
( ख ) साधुओंकीसंगति
( ग ) सत्संगमेंरूचि
( घ ) बुरेकीसंगति।
उत्तर– ( क)
5. बिहारी ने ‘ राधानागरि ‘ किसे कहा है ?
( क ) श्रीराम को
( ख ) श्रीकृष्ण को
( ग ) मीराको
( घ ) राधाको।
उत्र ( ख)
6. दैव जो देता है उसे क्या करने के लिए ‘ बिहारी ‘ कह रहे हैं ?
( क ) स्वीकार करनेको
( ख ) विरोधकरनेको
( ग ) छोड़देनेको
( घ ) तोड़देनेको।
उत्तर– ( क)
7. रीतिकालीन प्रसिद्ध कवि का नाम है
( क ) बिहारी
( ख ) सूर
( ग ) तुलसी
( घ ) रसखान।
उत्तर ( क)
8. प्रेम के कवि के रूप में इनमें कौन प्रसिद्ध हैं ?
( क ) बिहारीलाल
( ख ) तुलसीदास
( ग ) पंत
( घ ) निराला।
उत्तर-( क)
9. ‘ मेरी भव बाधा हरौ , राधा नागरि सोय । ‘ यह पंक्ति है
( क ) गोपालसिंह‘ नेपाली‘ की
( ख ) बिहारीलाल की
( ग ) सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘ निराला‘ की
( घ ) नरोत्तम दासकी।
उत्तर– ( ख)
10. ‘ बतरस लालच लाल की मुरली धरी लुकाइ ‘ काव्य पंक्ति है
( क ) ‘ बिहारीकेदोहे‘ से
( ख ) ‘ कर्मवीर ‘ से
( ग ) ‘ पीपल‘ से
( घ ) सुदामाचरितसे।
उत्तर– ( क)
11. ‘ नर की अरू नल नीर की ‘ गति एक जैसी क्यों है ?
( क ) ‘ न ‘ वर्ण की आवृत्ति है
( ख ) आदमीऔरजलजमीनसेजुड़ेहैं
( ग ) दोनोंहीनीचेसेहोकरऊपरउठतेहैं
( घ ) इनमेंसेकोईनहीं।
उत्तर-( ग)
12. सच्चा व्यक्ति कौन है ?
( क ) जिसकेमनमेंखोटहोताहै
( ख ) जोस्वार्थी होताहै
( ग ) झूठाहोताहै
( घ ) जिसकाहृदयपवित्रहो।
उत्तर ( घ)
13. नाम से बड़ा क्या होता है ? किसके गैर व्यक्ति बड़ा नहीं होता ?
( क ) गुण
( ख ) अवगुण
( ग ) रूप
( घ ) शक्ति।
उत्तर– ( क )
14. ‘ गागर में सागर ‘ भरने की क्षमता किस कवि में है ?
( क ) मो० इकबाल
( ख ) बिहारी
( ग ) गोपालसिंहनेपाली
( घ ) कबीर।
उत्तर– ( ख)
v.v.i Subjective Question ( 2marks )
1. गुण नाम से ज्यादा बड़ा होता है, कैसे ?
उत्तर — ‘ गुण नाम सेज्यादाबड़ाहोताहै‘ इसकातात्पर्य हैकिव्यक्ति कोअपनेकर्मकेआधारपरमान– अपमानमिलताहै। जिस व्यक्ति काकामजितनालोककल्याणकारी होताहै, उसेउतनाहीअधिकआदरकीदृष्टिसेदेखाजाताहै, चाहेवहनीचजातिकाहीक्योंन हो । उच्चजातिकेहोनेपरभीयदिबुराकर्मकरताहैतोदुनियाउसेनीचदृष्टिसेदेखेगी। जैसे धतूरे कानामकनकहै, लेकिनकामकैसाहै? जेवरबनानेमेंसोनाहीकामआताधतूरानहीं। उसी प्रकार यदिनीचजातिकेकिसीव्यक्ति काकर्मअच्छाहैतोलोगउसेसम्मानित करेंगे, न कि उच्च जातिकेपतितव्यक्ति को।
2. ‘ कनक‘ शब्द का प्रयोग किन– किन अर्थों में किया गया है?
उत्तर – कनक ‘ शब्द काप्रयोगधतूरातथासोनाकेअर्थोंमेंकियागयाहै।
3. सुख– दुख को समान रूप से क्यों स्वीकारना चाहिए?
उत्तर – प्रस्तुत दोहेकेमाध्यमसेकविबिहारीनेलोगोंकोसलाहदीहैकिदुख– सुखदोनोंकोसमानरूपसेस्वीकार करें। उन्हें विपत्ति आनेपरअधीरयादुःखीहोनेकेबजायउसकाडटकरमुकाबला करनाचाहिएतथासुखआनेपरअहंकारी अथवाघमंडीहोनेकेबजायसहजबनेरहनाचाहिए। सुख – दुख जीवनरूपीगाड़ीकेदोपहिएहैं।